
नेपाल में फंसे राजस्थान के तीर्थयात्री । (फोटो: आईएएनएस.)
Indians stranded in Nepal: नेपाल में जबरदस्त हिंसा के बाद इस समय हालात बहुत तनावपूर्ण हैं। नेपाल में हाल ही में भड़के विरोध-प्रदर्शन(Nepal protests 2025) और आगजनी के चलते राजस्थान के कई तीर्थयात्री वहां फंस गए (Rajasthan tourists in Nepal) हैं। जानकारी के अनुसार, अनुमान के मुताबिक, जयपुर, उदयपुर और भीलवाड़ा से करीब 700 भारतीय नागरिक इस समय नेपाल में फंसे हुए हैं। उदयपुर जिले से 31 लोग तीर्थ यात्रा के लिए नेपाल गए थे और वे पोखरा शहर(Pokhara violence news) में ठहरे हुए थे। वहां हालात बिगड़ने पर उनकी वापसी की उड़ान रद्द कर दी गई। ये सभी लोग पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन के लिए गए थे।
ये यात्री मंगलवार सुबह पूजा के बाद वे लौटने वाले थे, तभी अचानक Gen Z आंदोलन के तहत सड़कों पर उग्र प्रदर्शन शुरू हो गया। प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर आगजनी और तोड़फोड़ शुरू कर दी, जिससे अफरातफरी मच गई। भारतीय दूतावास ने सभी को होटल में ही रुकने और सुरक्षित रहने की सलाह दी है। वहीं, राजस्थान पुलिस ने एक विशेष हेल्प डेस्क बनाकर फंसे लोगों की जानकारी एकत्रित करनी शुरू कर दी है।
वहां भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी और सोशल मीडिया पर पाबंदी के खिलाफ ज़ेन जेड ( Gen Z) नाम की युवा आंदोलनकारी समूह ने बड़ा विरोध शुरू किया है, जो देखते ही देखते हिंसक हो गया। कई शहरों में आगजनी और तोड़फोड़ हुई, जिससे आम जनजीवन ठप हो गया। इसी हिंसा के चलते नेपाल गए राजस्थान के तीर्थयात्री भी फंस गए। ये लोग पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन कर लौट ही रहे थे कि हिंसा भड़क उठी और उनकी वापसी की फ्लाइट रद्द हो गई। अब वे दो दिनों से होटल में फंसे हैं और भारतीय दूतावास से मदद की उम्मीद कर रहे हैं।
पर्यटकों में शामिल भाजपा नेता अनिल सिंघल ने एक वीडियो जारी कर कहा कि, “हालात चिंताजनक हैं, लेकिन स्थानीय लोग मदद कर रहे हैं। युवाओं का गुस्सा भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर बैन के खिलाफ है।” उन्होंने बताया कि अभी तक सभी लोग सुरक्षित हैं, लेकिन वे दो दिन से होटल के अंदर बंद हैं और बाहर जाने से डर रहे हैं।
इस समूह की एक महिला पर्यटक का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह भारतीय दूतावास से मदद की अपील करती दिख रही हैं। उसने कहा, "कृपया हमारी मदद कीजिए, प्रदर्शनकारी सबकुछ जला रहे हैं और पर्यटकों पर भी हमला कर सकते हैं।"
केंद्र सरकार और राजस्थान सरकार दोनों इस स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही हालात काबू में आने के बाद फंसे हुए यात्रियों के लिए विशेष उड़ानों या बसों की व्यवस्था की जाएगी।
बहरहाल नेपाल में शुरू हुए विरोध ने एक तीर्थयात्रा को संकट में बदल दिया है। हालांकि अब तक सभी भारतीय पर्यटक सुरक्षित हैं, लेकिन उनकी घर वापसी तभी मुमकिन होगी जब हालात शांत होंगे। इस बीच सरकार और दूतावास की ओर से उन्हें हर संभव सहायता दी जा रही है।
(इनपुट: आईएएनएस.)
Updated on:
10 Sept 2025 06:44 pm
Published on:
10 Sept 2025 06:43 pm
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