
राज्यपाल आर.एन. रवि ने शुक्रवार को तिरुचि जिले के गुणशीलम में प्रसन्ना वेंकटचलपति मंदिर के राजगोपुरम व परिक्रमा मंडप निर्माण कार्य का उद्घाटन किया। यह राजगोपुरम 22 करोड़ की लागत से बनेगा।इस निर्माण कार्य को लेकर आहूत हवन और पूजन में शामिल होने के बाद राज्यपाल ने कहा कि भारत और सनातन धर्म अविभाज्य हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे श्री रामानुजाचार्य जैसी दिव्य आत्माएं समय-समय पर प्रकट हुईं और धर्म का पुनरुद्धार किया तथा अस्पृश्यता और महिलाओं के प्रति भेदभाव जैसी सामाजिक बुराइयों को समाप्त करके समाज सुधार किया।राज्यपाल ने सनातन धर्म के महान संत तिरुवल्लुवर के ज्ञान का भी उल्लेख किया कि जिनके तिरुकुरल में धर्म शास्त्र और नीति शास्त्र का समावेश है, जो आध्यात्मिक और लौकिक मूल्यों से गहराई से जुड़े हैं।
राज्यपाल ने इन कालातीत शिक्षाओं को अध्यात्म से दूर करने के लगातार प्रयासों पर गहरी चिंता व्यक्त की।राज्यपाल ने इस बात को रेखांकित किया कि उस पवित्र परंपरा पर आधारित और हमारे समय की जरूरतों के अनुरूप, यदुगिरि यतिराज मठ जैसी संस्थाओं के पास एक प्रगतिशील और समावेशी समाज को आकार देने की अपरिहार्य जिम्मेदारियां हैं, जो हमारे सभ्यतागत मूल्यों में निहित है और हमारे पारंपरिक ज्ञान द्वारा निर्देशित है जो दुनिया की भलाई के लिए भारत के व्यापक पुनरुत्थान के लिए आवश्यक है।
इससे पहले राज्यपाल रवि और राज्य की प्रथम महिला लक्ष्मी रवि ने श्रीरंगम के श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में भगवान रंगनाथ के दिव्य दर्शन किए। राज्यपाल ने तमिलनाडु के भाइयों और बहनों की खुशहाली, समृद्धि और कल्याण तथा राष्ट्र के निरंतर विकास के लिए प्रार्थना की।
Published on:
30 May 2025 06:51 pm
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