G7 शिखर सम्मेलन 2025, जिसका आयोजन कनाडा (Canada) के कनानसकीस (Kananaskis) में 5-17 जून के दौरान हुआ, अब समाप्त हो चुका है। इस सम्मेलन के आखिरी दिन भारत (India) के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) भी शामिल हुए और कई ग्लोबल लीडर्स से मुलाकात की। पीएम मोदी ने इन ग्लोबल लीडर्स से अहम विषयों पर बातचीत भी की। G7 शिखर सम्मेलन 2025 के दौरान पीएम मोदी की अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) से भी द्विपक्षीय मुलाकात होने वाली थी, लेकिन ट्रंप के बीच में ही अमेरिका वापस चले जाने से यह मुलाकात नहीं हो पाई। ऐसे में पीएम मोदी ने ट्रंप से बात करने के लिए उन्हें फोन लगाया।
G7 शिखर सम्मेलन की साइडलाइन्स पर पीएम मोदी और ट्रंप की होने वाली द्विपक्षीय मुलाकात के कैंसिल होने की वजह से ट्रंप ने पीएम मोदी से फोन पर बात करने का आग्रह किया। इसके बाद पीएम मोदी और ट्रंप ने फोन पर बातचीत की, जो लगभग 35 मिनट तक चली।
पीएम मोदी से फोन पर बातचीत के दौरान ट्रंप ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) पर शोक व्यक्त करते हुए आतंकी हमले की निंदा की।
यह भी पढ़ें- PM Modi At G7: पीएम मोदी ने ग्लोबल लीडर्स से की मुलाकात, अहम विषयों पर हुई चर्चा
पीएम मोदी और ट्रंप ने फोन कॉल के दौरान 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) पर भी चर्चा की, जो भारत ने 7 मई को तड़के सुबह पाकिस्तान के खिलाफ आतंकी हमले का जवाब देने के लिए किया। पीएम मोदी ने ट्रंप को बताया कि भारत ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया और भारत की एयरस्ट्राइक्स बहुत ही सटीक थीं।
पीएम मोदी ने ट्रंप से हुई बातचीत के दौरान पाकिस्तान के भारत पर ड्रोन्स और मिसाइलों से हमला करने के बारे में भी बात की। पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान के सभी हमलों को नाकाम कर दिया और अगर आगे पाकिस्तान ने भारत की तरफ गोली चलाई, तो उसका जवाब गोले से दिया जाएगा।
यह भी पढ़ें- G7 Summit 2025: कनाडा अभी भी मानता है भारत को खतरा! खुफिया एजेंसी ने चेताया
इस पूरे मामले के बाद यह पहला मौका था जब पीएम मोदी और ट्रंप की बातचीत हुई। 9 मई की रात को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस (JD Vance) ने पीएम मोदी को फोन किया था और कहा था कि पाकिस्तान की तरफ से भारत पर बड़ा हमला किया जा सकता है। इसके जवाब में पीएम मोदी ने साफ़ कर दिया था कि अगर ऐसा हुआ तो भारत, पाकिस्तान को उससे भी बड़ा और करारा जवाब देगा। पाकिस्तान ने भारत पर हमले की कोशिश की, जिसका उसे खामियाजा भी भुगतना पड़ा, क्योंकि भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर हमला करते हुए उन्हें काफी नुकसान पहुंचाया। इस दौरान पीएम मोदी ने ट्रंप को स्पष्ट रूप से कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच चले पूरे घटनाक्रम के दौरान कभी भी, किसी भी स्तर पर भारत-अमेरिका ट्रेड डील या अमेरिका द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता जैसे विषयों पर कोई बात नहीं हुई थी।
पीएम मोदी ने ट्रंप को बताया कि भारत के जवाबी हमले की वजह से पाकिस्तान की सेना को काफी नुकसान हुआ। भारत के मुहतोड़ जवाब के कारण पाकिस्तान को भारत से सैन्य कारवाई रोकने की गुहार लगानी पड़ी। पीएम मोदी ने यह भी साफ कर दिया कि भारत ने न तो कभी मध्यस्थता स्वीकार की थी, न करता है, और न ही कभी करेगा।
यह भी पढ़ें- Israel-Iran War: पाकिस्तान पर पड़ रहा युद्ध का असर, खाने और पेट्रोल-डीज़ल जैसी चीज़ों की हो रही कमी
ट्रंप ने पीएम मोदी की पूरी बात सुनकर सहमति जताई। साथ ही आतंकवाद के मुद्दे पर उन्होंने भारत को समर्थन दिया और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई पूरी तरह से सही है।
पीएम मोदी और ट्रंप के बीच इज़रायल-ईरान युद्ध और रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा हुई। दोनों ने ही इस बात पर सहमति जताई कि दोनों युद्ध जल्द ही रुकने चाहिए। इसके साथ ही QUAD की अगली बैठक के लिए पीएम मोदी ने ट्रंप को भारत आने का निमंत्रण दिया, जिसे ट्रंप ने स्वीकार किया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वह भारत आने के लिए उत्सुक हैं।
यह भी पढ़ें- अंटार्कटिका की बर्फ के नीचे गूंज रही रेडियो वेव्स, वैज्ञानिक हुए हैरान
Updated on:
18 Jun 2025 12:53 pm
Published on:
18 Jun 2025 12:11 pm