
राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह। फोटो- IANS
गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि अगर पहलगाम हमला विपक्ष के कार्यकाल में हुआ होता तो पाकिस्तान को कब की क्लीन चिट मिल चुकी होती। पहलगाम के तीनों आतंकी पाकिस्तानी थे, इसका सबूत दुनिया के सामने है।
शाह ने कहा, विपक्ष के शासन में सेना के पास बंदूकें व कारतूस तो छोड़िए, नमक, माचिस और ठंड में पहनने के कपड़े तक नहीं थे। आज आधुनिक हथियारों से लैस हमारी सेना पूरी पाक एयर डिफेंस प्रणाली को आधे घंटे में मलबे में बदल देती है।
विपक्ष की ओर से 'ऑपरेशन महादेव' के नाम पर सवाल उठाने पर अमित शाह ने कड़ा जवाब देते हुए कहा कि 'हर-हर महादेव' सिर्फ धार्मिक उद्घोष नहीं, बल्कि छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना का युद्धघोष रहा है। उन्होंने कहा, 'यह भारत की संप्रभुता पर हमले का जवाब देने का प्रतीक है, इसे हिंदू-मुस्लिम चश्मे से न देखा जाए।'
पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिजनों और हजारों लोगों ने उनसे कहा कि आतंकियों के सिर में गोली मारना और देखिए एनकाउंटर में उनके सिर में गोली मारी गई।
शाह ने तंज कसते हुए कहा कि चिदंबरम के गृहमंत्री रहते अफजल गुरु को फांसी नहीं हुई। मुंबई हमले के बाद दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमला आरएसएस ने कराया… ऐसा कह ये लोग किसे बचा रहे?
घाटी में 2010 से 2015 के बीच 2,564 ऑर्गेनाइज्ड पथराव हुए। ऑर्गेनाइज्ड हड़ताल का ऐलान पाकिस्तान में बैठे हुर्रियत के आका करते थे। अब हिम्मत नहीं है।
जब खरगे ने सदन में पीएम मोदी के उपस्थित न रहने का सवाल उठाया तो शाह ने कहा कि भागो मत… पहले मेरे से निपट लो… मोदी जी आएंगे तो और तकलीफ होगी! उन्हें क्यों बुलाते हो!
Published on:
31 Jul 2025 07:46 am
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