
नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी की तबीयत बिगड़ गई है। अकबरुद्दीन गंभीर रुप से बीमार हैं और लंदन के एक हॉस्पिटल में भर्ती हैं। बताया जा रहा है कि यहां उनकी तबीयत अचानक काफी खराब हो गई है। वहीं, हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भाई अकबरुद्दीन ओवैसी की तबीयत में सुधार के लिए अपने समर्थकों से दुआ करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि वे उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी की सलामती के लिए दुआ करें।
अकबरुद्दीन ओवैसी चंद्रयानगुट्टा से विधानसभा सदस्य
आपको बता दें कि अकबरुद्दीन ओवैसी चंद्रयानगुट्टा से विधानसभा सदस्य हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान ही उनकी तबीयत बिगड़ गई थी, तभी से उनका लंदन में उनका इलाज चल रहा है। दरअसल, एक घटना के दौरान उन्हें गोलियां लगी थीं। जिसके चलते वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। तब के बाद से उनकी तबीयत में कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। जानकारी के अनुसार तीन दिन पहले अकबरुद्दीन के पेट में अचानक तेज दर्द हुआ था और उल्टियां होने लगी।
जगन मोहन रेड्डी ने भी उनकी तबीयत में सुधार की कामना की
वहीं, आंध्र प्रदेश के नव निर्वाचित मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने भी उनकी तबीयत में सुधार की कामना की है। मुख्यमंत्री जगन मोहन ने ट्वीट कर उनके लिए प्रार्थना की। उन्होंने लिखा कि वे अकबरुद्दीन ओवैसी की सेहत में जल्द सुधार के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तीजनक टिप्पणी
गौरतलब है कि भाई असदुद्दीन ओवैसी की तरह ही अकबरुद्दीन भी अपने बयानों को लेकर काफी चर्चा में रह चुके हैं। उन्होंने 2012 में एक भाषण के दौरान हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तीजनक टिप्पणी की थी। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय पुलिस को नपुंसक पुलिस बताया था।
'योगी जैसे 56 आए और 56 गए'
यही नहीं तेलंगाना में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के दौरान अकबरुद्दीन ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पर जुबानी हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि योगी जैसे 56 आए और 56 गए, हमारी नसलें हमेशा से यहीं पर थीं और यहीं रहेंगी।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
बता दें कि पिछले दिनों ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (AIMIM) के प्रमुख ने तेलंगाना मे नेता प्रतिपक्ष का पद दिए जाने की डिमांड की है। शनिवार को AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि हम तेलंगाना विधानसभा के स्पीकर से अनुरोध करेंगे कि हमारी पार्टी को विपक्ष के नेता का पद दिया जाए क्योंकि हम राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी हैं। हमारे पास कांग्रेस से ज्यादा संख्या है। हमारी पार्टी स्पीकर से मुलाकात करेगी और हमें उम्मीद है कि वह सकारात्मक कार्रवाई करेगी।
Updated on:
11 Jun 2019 01:29 pm
Published on:
11 Jun 2019 01:20 pm
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