सुप्रीम कोर्ट ने आशीष मिश्रा की बेल कैंसिल न किए जाने पर यूपी सरकार को खरी-खोटी भी सुनाई। चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने यूपी सरकार के वकील से कहा, 'लखीमपुर केस की जांच कर रहे जज ने बेल को कैंसिल करने की सिफारिश की थी। इसके बाद भी ऐसा क्यों नहीं किया गया।' आपको बता दें कि पिछले साल 3 अक्टूबर को यह घटना हुई थी।
फास्टैग को लेकर कई नियम भी बनाए गए हैं। जिन्हें शायद आप न जानते हों मगर इन नियमों को आपको जानना जरूरी है। अगर आप इन नियमों को नहीं जानते हैं तो आप मुश्किल में पड़ सकते हैं। अगर आप फास्टैग का इस्तेमाल करते हैं तो आज हम आपको इससे जुड़े नियमों के बारे में बताएंगे।
अब बच्चों के आधार कार्ड बनवाने के लिए अभिभावकों को नहीं होगा भटकना। डाकघर में एक फोन कॉल करने पर क्षेत्र का पोस्टमैन ( डाकिया ) आपके घर पहुंच कर बच्चे का आधार कार्ड बनाने का काम तत्काल कर देगा। इसमें सिर्फ 15 साल तक के बच्चों के लिए ही आधार कार्ड मान्य होगा।
अगर आप भी राशन कार्ड से केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा दी जा रही फ्री राशन योजना का लाभ ले रहे हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद ज़रूरी है। आप जल्द से जल्द इस काम को कर लें वरना आपको फ्री राशन मिलना बंद हो सकता है।
अगर 31 मार्च तक पैन कार्ड धारकों ने पैन को अपने आधार कार्ड के साथ लिंक नहीं किया तो संबंधित व्यक्ति का पैन कार्ड डीएक्टीवेट किया जा सकता है। इसके अलावा पैन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने के लिए 1,000 रुपये भी देने होंगे। इतना ही नहीं अगर आपने पैन को आधार कार्ड से लिंक नहीं कराया तो म्यूचुअल फंड, स्टॉक, बैंक खाता खोलने में भी आपको दिक्कत आएगी।
नयी कैबिनेट में जो चार ब्राह्मण चेहरे बाहरी हैं वो हैं, ब्रजेश पाठक, जितिन प्रसाद, रजनी तिवारी और प्रतिभा शुक्ला। इनमें जहाँ ब्रजेश पाठक, रजनी तिवारी और प्रतिभा शुक्ला बीएसपी से आये हैं तो वहीं जितिन प्रसाद कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए हैं।
सीएम योगी ने अपने पास राजस्व, गृह, सूचना जैसे भारी भरकम मंत्रालय रखे हैं, जबकि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को ग्राम्य विकास समेत 6 मंत्रालय दिए गए हैं। इसके अलावा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है।
कोरोना महामारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के कहने पर डीओटी ने सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को फोन के रिंग होने से पहले कोरोना का कॉलर ट्यून लगाने का निर्देश दिया था। लेकिन अब चूंकि कोरोना महामारी की रफ्तार बेहद कम हो गयी है इसलिए सरकार इस कॉलर ट्यून को बंद करने का विचार कर रही है।
26 मार्च को लखनऊ में सपा मुख्यालय में हुई पार्टी विधायक दल की बैठक में शिवपाल को आमंत्रित नहीं किया गया। जिससे शिवपाल यादव बेहद नाराज हो गये थे। उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि वह अपने गृह जिले इटावा जा रहे हैं, जहां अपने लोगों के बीच बैठकर आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे और उसके बाद कोई सही ऐलान किया जाएगा।
स्वतंत्र देव सिंह चूंकि कैबिनेट मंत्री बन चुके हैं लिहाजा यह तय है कि संगठन की कमान यानि प्रदेश अध्यक्ष किसी और को बनाया जाएगा। पार्टी अब किसे इन पद के लिए उचित मानती है ये तो नाम सामने आने के बाद ही पता चलेगा लेकिन इतना तो तय है कि अध्यक्ष पद पर नियुक्ति से पहले बीजेपी जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण को ज़रूर ध्यान में रखेगी।